अभी हाल ही में ऊर्जा संक्रमण सूचकांक 2020 रिपोर्ट विश्व आर्थिक मंच (World Economic Forum) द्वारा जारी की गई।
इसमें 115 देशो की ऊर्जा प्रणाली के प्रदर्शन स्तर पर सर्वेक्षण किया गया है। यह सूचकांक ऊर्जा क्षेत्र में 115 देशो के नेट शून्य उत्सर्जन की दौड़ में अग्रणी देशो तथा उनकी स्थिति का विश्लेषण करती है।
नेट-शून्य-उत्सर्जन (Net-Zero-Emissions) ऐसी स्थिति जब मानव द्वारा उत्सर्जित ग्रीन हाउस गैस को हटाकर वायुमण्डल को संतुलित कर दिया जाए। नेट शून्य उत्सर्जन कहलाता है।
रिपोर्ट में शामिल 6 सूचकांक:-
- पूंजी और निवेश
- विनियमन और राजनीतिक प्रतिबद्धता
- संस्थान और शासन
- संस्थान और अभिनव व्यवसायिक वातावरण
- मानव पूंजी एवं उपभोक्ता भागीदारी
- ऊर्जा प्रणाली संरचना
महत्त्वपूर्ण प्रणालियों का प्रदर्शन मापन:
- इसका मापन ऊर्जा त्रिकोण (Energy Triangle) के निम्नलिखित संकेतकों के आधार पर किया जाता है।
- आर्थिक विकास और वृद्धि;
- ऊर्जा की पहुँच और सुरक्षा;
- पर्यावरणीय स्थिरता;
रैंकिंग:-
भारत की स्थिति:- 74 ( 2019 में 76वं)
सुधार का कारण :- भारत सरकार वर्ष 2027 तक 275 GW नवीनीकरणीय ऊर्जा लक्ष्य प्राप्ति की दिशा में उठाए गए कदमों के कारण ही भारत की रैंकिंग में सुधार देखा गया है।
अन्य प्रमुख देशो की स्थिति :-
चीन :-78
अमरीका :- 32
स्वीडन :- पहला (लगातार तीसरे साल))
स्विट्ज़रलैंड:- दूसरा
फिनलैंड:- तीसरा
2015 के बाद इस सूचकांक में लगातार सुधार करने वाले देश:- अर्जेंटीना, चीन, इटली
अमेरिका पहली बार शीर्ष 25 से बाहर
विश्व आर्थिक मंच द्वारा जारी की जाने वाली अन्य प्रमुख रिपोर्ट :-
- वैश्विक प्रतिस्पर्धात्मकता रिपोर्ट
- लैंगिक अंतराल रिपोर्ट
- वैश्विक पर्यटन और यात्रा रिपोर्ट
- पर्यावरणीय प्रदर्शन सूचकांक
विश्व आर्थिक मंच :-विश्व आर्थिक मंच सार्वजनिक-निजी सहयोग हेतु एक अंतर्राष्ट्रीय संस्था है, जिसकाउद्देश्य विश्वके प्रमुख व्यावसायिक,अंतर्राष्ट्रीय राजनीति,शिक्षाविदों, बुद्धिजीवियों तथा अन्य प्रमुख क्षेत्रों के अग्रणी लोगों के लिये एक मंच के रूप में काम करना है। यह स्विट्ज़रलैंड में स्थित एक गैर-लाभकारी संस्था है और इसका मुख्यालय जिनेवा में है।