गांधीवादी युवा तकनीकी पुरस्कार
5 नवंबर, 2020 को विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री ने नई दिल्ली में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से ‘स्टूडेंट्स इनोवेशन फॉर एडवांसमेंट ऑफ रिसर्च एक्सप्लोरेशन-गांधीवादी युवा तकनीकी नवाचार’ (Students Innovations for Advancement of Research Explorations-Gandhian Young Technological Innovation:SITARE-GYTI) और ‘सोसाइटी फॉर रिसर्च एंड इनिशिएटिव फॉर सस्टनेबल टेक्नोलॉजी-गांधीवादी युवा तकनीकी नवाचार’ (Society for Research and Initiatives for Sustainable Technological Innovations-Gandhian Young Technological Innovation: SRISTI-GYTI) पुरस्कार प्रदान किये।
प्रमुख बिंदु:
- गांधीवादी युवा तकनीकी नवाचार पुरस्कार को दो श्रेणियों (SITARE-GYTI एवं SRISTI-GYTI) में विभाजित किया गया है।
- SITARE-GYTI को ‘बायोटेक्नोलॉजी इंडस्ट्री रिसर्च असिस्टेंट काउंसिल’ (Biotechnology Industry Research Assistance Council- BIRAC) और SRISTI-GYTI को ‘सोसाइटी फॉर रिसर्च एंड इनिशिएटिव फॉर सस्टनेबल टेक्नोलॉजी’ (SRISTI) के तहत शामिल किया गया है।
- इन दो श्रेणियों में पुरस्कार देने का उद्देश्य छात्रों में तकनीकी विचारों को बढ़ावा देना तथा उन्हें बायोटेक एवं स्टार्टअप स्थापित करने की दिशा में प्रोत्साहित करना है।
- SITARE-GYTI श्रेणी में 14 प्रमुख पुरस्कार एवं 11 प्रोत्साहन पुरस्कार प्रदान किये गए, जबकि SRISTI-GYTI श्रेणी में 7 प्रमुख पुरस्कार एवं 16 प्रोत्साहन पुरस्कार प्रदान किये गए हैं।
- SITARE-GYTI श्रेणी के विजेताओं ने 89 पब्लिकेशन, 39 पेटेंट सहित 10 करोड़ रुपए से अधिक के निवेश और दूसरे पुरस्कार हासिल किये हैं।
- SITARE-GYTI पुरस्कार प्रत्येक वर्ष जैविक विज्ञान, बायोटेक्नोलॉजी, कृषि, मेडिकल उपकरण के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वाले युवा छात्रों को प्रदान किया जाता है। इसी तरह SRISTI-GYTI पुरस्कार इंजीनियरिंग के अलावा दूसरे विषयों में उल्लेखनीय कार्य करने वाले छात्रों को प्रदान किया जाता है।