निम्नलिखित पहलों पर विचार कीजिये:
- मार्गदर्शन और मार्गदर्शक पहल
- उच्चतर अविष्कार योजना (UAY)
- मनोदर्पण पहल
- सरल (SARAL) पहल
उपर्युक्त में से कौन-सी पहलें भारत में तकनीकी शिक्षा को बेहतर बनाने के लिये शुरू की गई हैं?
मानव संसाधन विकास मंत्रालय (अब शिक्षा मंत्रालय) ने भारत में तकनीकी शिक्षा को बेहतर बनाने के लिए अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (AICTE) के साथ मिलकर ‘मार्गदर्शन और मार्गदर्शक’ पहल की शुरुआत की है।
उच्चतर अविष्कार योजना (UAY) की घोषणा उच्च स्तर के नवाचार को बढ़ावा देने के उद्देश्य से की गई थी जो उद्योग की आवश्यकताओं को सीधे प्रभावित करती है और इससे भारतीय विनिर्माण उद्योग की प्रतिस्पर्द्धा में सुधार होता है।
यह योजना एक व्यवहार्य उद्योग-अकादमिक सहयोग पर केंद्रित है, जहाँ उद्योग अनुसंधान की लागत का एक हिस्सा साझा करता है।
मनोदर्पण पहल का उद्देश्य छात्रों, परिवार के सदस्यों और शिक्षकों को उनके मानसिक स्वास्थ्य और कोविड-19 के समय में उनके स्वास्थ्य और कल्याण हेतु मनोवैज्ञानिक सहायता प्रदान करना है। (तकनीकी शिक्षा से संबंधित नहीं)
‘स्टेट रूफटॉप सोलर अट्रैक्शन इंडेक्स’ या SARAL, रूफटॉप सौर परिनियोजन को सुविधाजनक बनाने हेतु अपनाए गए राज्य-स्तरीय उपायों का व्यापक अवलोकन प्रदान करने वाला अपनी तरह का पहला सूचकांक है। (तकनीकी शिक्षा से संबंधित नहीं)
निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिये:
- स्विट्ज़रलैंड एक लैंडलॉक देश है और जर्मनी, फ्रांँस तथा इटली इसके निकटवर्ती पड़ोसी हैं।
- वर्साय की संधि के तहत स्विट्ज़रलैंड को एक ‘तटस्थ’ देश के रूप में स्वीकार किया गया था।
- स्विट्ज़रलैंड उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (NATO) का सदस्य नहीं है।
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?
केवल 1 और 3
इनमे से कोई नहीं
- स्विट्ज़रलैंड मध्य यूरोप में स्थित एक लैंडलॉक देश है। यह फ्रांँस, इटली, जर्मनी, लिकटेंस्टीन और ऑस्ट्रेलिया के साथ अपनी सीमा साझा करता है।
- स्विट्ज़रलैंड अपनी ‘तटस्थता’ की नीति को लेकर काफी प्रसिद्ध है। वर्ष 1783 में पेरिस संधि के तहत स्विट्ज़रलैंड को एक ‘तटस्थ’ देश के रूप में स्वीकार किया गया था।
- पेरिस संधि पर 3 सितंबर, 1783 को ग्रेट ब्रिटेन, संयुक्त राज्य अमेरिका और कनाडा द्वारा पेरिस में हस्ताक्षर किये गए थे तथा इसने आधिकारिक रूप से अमेरिकी युद्ध को समाप्त कर दिया था।
- वर्साय की संधि को जून 1919 में प्रथम विश्वयुद्ध के बाद यूरोप में शांति स्थापना के उद्देश्य से की गयी। यह संधि मित्र राष्ट्रों द्वारा जर्मनी के साथ की गई महत्त्वपूर्ण संधि थी। यह संधि पूर्णरूप से मित्र राष्ट्रों के हितों के संवर्द्धन एवं जर्मन हितों के बलिदान पर आधारित थी।
- द्वितीय विश्व युद्ध के बाद से स्विट्ज़रलैंड ने मानवीय पहलों द्वारा अंतर्राष्ट्रीय मामलों में अधिक सक्रिय भूमिका निभाई है, किंतु सैन्य मामलों में वह तटस्थ रहा है।
- वह उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (NATO) या यूरोपीय संघ (UN) में कभी शामिल नहीं हुआ और केवल वर्ष 2002 में संयुक्त राष्ट्र में शामिल हुआ था।