आठ भारतीय समुद्र तटों को अंतराष्ट्रीय ब्लू फ्लैग प्रमाण-पत्र
पर्यावरण के अनुकूल, साफ-सुथरे और अंतराष्ट्रीय मानकों पर आधारित पर्यटन सुविधाओं से युक्त भारत के 8 समुद्री तटों को अंतराष्ट्रीय ब्लू फ्लैग प्रमाण- पत्र मिला है।
ये 8 भारतीय समुद्र तट निम्न है:-
- शिवराजपुर बीच, द्वारका गुजरात
- घोघला बीच, दीव
- कासरकोड और पेडूबिदरी, कर्नाटक
- रुषिकोंडा, आंध्र प्रदेश
- काप्पड़, केरल
- गोल्डन बीच, ओडिसा
- राधानगर बीच, अंडमान निकोबार द्वीप समूह
ब्लू फ्लैग प्रमाण-पत्र तटों को दिए जाने वाला विश्व का सबसे प्रतिष्ठित सम्मान है। इसके लिए पर्यावरन , शैक्षिक, सुरक्षा और सुगमता के कड़े मापदंडों का पालन करना होता है।
ब्लू फ्लैग प्रमाण पत्र कौन प्रदान करता है?
ब्लू-फ्लैग प्रमाण पत्र अंतराष्ट्रीय स्तर पर एक गैर सरकारी संगठन "Foundation for environment Education-FEE" द्वारा प्रदान किया जाता है। इसका मुख्यालय डेनमार्क के कोपेनहेगेन में है।
अन्य तथ्य :-
क्या आप जानते है विश्व मे सर्वाधिक ब्लू फ्लैग बीच किस देश के पास है ?
इसका उत्तर है स्पेन। वर्तमान में स्पेन के पास सर्वाधिक ब्लू फ्लैग बीच है।
एशिया का पहला ब्लू बीच जिसने ब्लू फ्लैग प्रमाण पत्र प्राप्त किया?
एशिया का प्रथम बीच जिसने ब्लू फ्लैग प्रमाण पत्र प्राप्त किया वह है ओडिसा का पुरी तट।
एशिया के किन देशों के बीच ब्लू फ्लैग बीच में शामिल है
जापान, दक्षिण कोरिया और संयुक्त अरब अमीरात,भारत
क्या ब्लू फ्लैग प्रमाण पत्र केवल बीचेस (तटों) को मिलता है?
नही, यह बीच, मैरिना अथवा सस्टेनेबल बोटिंग टूरिज़म ऑपरेटर को भी दिया जा सकता है।